जली है ज्योत जगमग अवध नगर में
जली है ज्योत जगमग, अवध नगर में, अवध नगर में हाँ, अवध नगर में, जली है जोत जग मग, अवध ...
Read moreजली है ज्योत जगमग, अवध नगर में, अवध नगर में हाँ, अवध नगर में, जली है जोत जग मग, अवध ...
Read moreआई गए रघुनंदन, सजवा दो द्वार द्वार, स्वर्ण कलश रखवा दो, बंधवा दो बंधनवार।। तर्ज - सावन का महीना। सजी ...
Read moreछोड़ जगत ने आया दर पे, अपणे गले लगाले माँ, इस तंग हाली जिन्दगी से तू, मुझको आज बचाले माँ।। ...
Read moreइस दुनिया में बाबा, मैं जितने जन्म पाऊं, हर जनम में गुरु गोरख, तेरा भगत में बण जाऊं।। तर्ज - ...
Read moreमेरी मात कालका आ जोड़े में, गोरख की गेल।। तर्ज - एक योगी अलख जगावै हे। क्यों सोवै स जाग ...
Read moreकालका करया तेरा विशवास, अखण्ड तेरी जोत जगादी माँ।। घटण दिए ना मान मेरा री, आण करो समाधान मेरा री, ...
Read moreओ जगदम्बे अम्बे माय, तेरा गुण गायेंगे।। मैया मुकुट रूप धर आजा, मेरे मन का भ्रम मिटाजा, सत्संग में रंग ...
Read moreम्हारी मौज बणावण आला तू, तंगी नै मिटावण आला तू, तेरी जग में जय जयकार पित्र जी, तनै बणा दिऐ ...
Read moreमौज बणा दी, ओ दादा खेड़े मौज बणा दी, हो तार दिया तूने भार, मौज बना दी, ओ दादा खेड़े ...
Read moreजिस दिन हमारे घर, कीर्तन होगा, मेरे घर बाबा, तुम्हें आना होगा, ये अरदास हमारी बाबा, सुनना होगा, जिस दिन ...
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