आओ जी आओ घर का देव मनावा,
पित्तरा के ढोक लगावा जी,
घर का देव मनावा,
आओ जी आओ घर का देव मनावा।।
पित्तरा के नाम को,
गूंजे जय जय कारो,
पित्तरा ने ध्यावा हा जी,
भाग हमारो,
पिंड में दिवलो म्हे जगावा जी,
पिंड में दिवलो जगावा जी,
घर का देव मनावा,
आओ जी आओ घर का देव मनावा।।
जय-जय जय-जय,
पित्तरजी हो थारी,
थारी ही शरण आया,
लाज राखो म्हारी,
थारो आशीष म्हे चावा जी,
घर का देव मनावा,
आओ जी आओ घर का देव मनावा।।
पित्तरा के नाम को,
नारेल बंधारा,
भगत केवे सगळा,
कारज सुधारा,
भगत मंडल सागे गावे जी,
घर का देव मनावा,
आओ जी आओ घर का देव मनावा।।
आओ जी आओ घर का देव मनावा,
पित्तरा के ढोक लगावा जी,
घर का देव मनावा,
आओ जी आओ घर का देव मनावा।।
प्रेषक – रोहित कुमार शर्मा,
08399991281