अंगना में बालाजी घलवादे पलणा,
अंगना मे बालाजी घलवादे पलणा,
कृपा ऐसी करदे म्हारः झुलः ललणा,
अंगना में बालाजी घलवादे पलणा।।
मैं बांझ लुगाई सुँ,
तेरे दर प आई सुँ,
चिंता ने खाई,
तेरी अर्जी लयाई,
सुँ दुनिया बोली मारः,
मन्नै पड़ रहया झलणा,
अंगना में बालाजी घलवादे पलणा।।
जलवा अपणा दिखला,
मेरा भी वंश चला,
मेरे मन का चमन खिला,
इंसाफ मन्नै भी दिला,
मैं भी चाहुँ गोदी में ले क लाल चलणा,
अंगना में बालाजी घलवादे पलणा।।
या दुनिया हुई दीवानी,
तेरी जोत नुराणी,
तुमसा ना कोई दानी,
बरसा रहमत का पानी,
जो तु लिखदे बाबा वो तो कैसे टलना,
अंगना में बालाजी घलवादे पलणा।।
तेरा जगराता करवाऊँ,
सोने की गदा घड़ाऊँ,
तेरी लाल धज्जा फेराऊँ,
और सवामणी भी लाऊँ,
अंगना में बालाजी घलवादे पलणा।।
अंगना में बालाजी घलवादे पलणा,
अंगना मे बालाजी घलवादे पलणा,
कृपा ऐसी करदे म्हारः झुलः ललणा,
अंगना में बालाजी घलवादे पलणा।।
गायक – नरेन्द्र कौशिक।
भजन प्रेषक – राकेश कुमार जी,
खरक जाटान(रोहतक)
( 9992976579 )