श्रीराम ते मन्नै मिलादे,
हनुमान भरोसा तेरा स,
हनुमान भरोसा तेरा स,
श्रीराम ते मन्नै मिलादे,
हनुमान भरोसा तेरा स।।
नजर घुमा क देख लिया ना,
कोए जगत में अपणा स,
भजन करै न उस ईश्वर का,
ऊँ नाम का जपणा स,
मेरा ज्ञान का दीप चसादे,
मेरी काया बीच अंधेरा स,
श्रीराम ते मन्नैं मिलादे,
हनुमान भरोसा तेरा स।।
मोह माया के वश में हो क ये,
ऋषि सार के हार गये,
भेद किसे ने पाया कोना,
बड़े बड़े सिर मार गये,
भजन करे बिन छुटः कोना,
यो चौरासी का फैरा स,
श्रीराम ते मन्नैं मिलादे,
हनुमान भरोसा तेरा स।।
जिस घर में रहया करां,
यो भी त घर म्हारा कोना,
दो धेले का माणस हो स,
जिसने वक्त बिचारा कोना,
यो त कुण कितणे पाणी में,
तन्नै सब भक्तां का बैरा स,
श्रीराम ते मन्नैं मिलादे,
हनुमान भरोसा तेरा स।।
कह मुरारी भजन करै न ,
ध्यान हरि में लाले न,
थोड़े दिना का खेल तमासा,
अपणा मन समझा ले न,
तुं आ क दर्श दिखादे,
म्हारा समचाणे में डेरा स,
श्रीराम ते मन्नैं मिलादे,
हनुमान भरोसा तेरा स।।
श्रीराम ते मन्नै मिलादे,
हनुमान भरोसा तेरा स,
हनुमान भरोसा तेरा स,
श्रीराम ते मन्नै मिलादे,
हनुमान भरोसा तेरा स।।
गायक – नरेन्द्र कौशिक।
भजन प्रेषक – राकेश कुमार जी,
खरक जाटान(रोहतक)
( 9992976579 )