एक सवाल है इस प्रेमी का,
तू बता दे श्याम मुझसे,
प्रेम तुझको है की नहीं।।
तर्ज – तुमसे बढ़कर दुनिया में ना।
हम तो है तेरे दीवाने,
दुनिया से हो गए बेगाने,
हम तो है तेरे दीवाने,
दुनिया से हो गए बेगाने,
तेरे सपने दिल में लगे सजाने,
हम तो है तेरे दीवाने,
फिर भी तेरी प्रीत न दिखती,
तू बता दे श्याम मुझसे,
प्रेम तुझको है की नहीं।
इक सवाल है इस प्रेमी का
तू बता दे श्याम मुझसे
प्रेम तुझको है की नहीं।।
चाहत है हटकर हमारी,
तेरी और मेरी हो यारी,
चाहत है हटकर हमारी,
तेरी और मेरी हो यारी,
देखे जलवा फिर ये दुनिया सारी,
चाहत है हटकर हमारी,
रिश्ता ये मंजूर नहीं क्या,
तू बता दे श्याम मुझसे,
प्रेम तुझको है की नहीं।
इक सवाल है इस प्रेमी का
तू बता दे श्याम मुझसे
प्रेम तुझको है की नहीं।।
कब तक चुप बैठोगे बोलो,
थक न जाए हम कुछ बोलो,
कब तक चुप बैठोगे बोलो,
थक न जाए हम कुछ बोलो,
अब तो अपनी शरण में ले लो,
कब तक चुप बैठोगे बोलो,
हम को कब तक परखोगे तुम
तू बता दे श्याम मुझसे
प्रेम तुझको है की नहीं।
इक सवाल है इस प्रेमी का
तू बता दे श्याम मुझसे
प्रेम तुझको है की नहीं।।
सपनो में मेरे तुम आते,
आकर फिर तुम मुस्कुराते,
सपनो में मेरे तुम आते,
आकर फिर तुम मुस्कुराते,
सामने होता हूँ तब क्यों सताते,
सपनो में मेरे तुम आते,
मिलता है क्या दिल को जलाकर,
तू बता दे श्याम मुझसे,
प्रेम तुझको है की नहीं।
एक सवाल है इस प्रेमी का
तू बता दे श्याम मुझसे
प्रेम तुझको है की नहीं।।
स्वर – संजय मित्तल जी।