तुम मुझे यूँ जला ना पाओगे,
जली लंका मेरी जला मैं भी,
एक दिन तुम भी जलाये जाओगे,
तुम मुझे यूँ जला ना पाओगे।।
तर्ज – तुम मुझे यूँ भुला न पाओगे।
मैंने सीता हरी हरि के लीये,
मैंने सीता हरी हरि के लीये,
राक्षक कुल की बेहतरी के लीये,
मैंने प्रभु को रुलाया वन वन में,
तुम प्रभु को रुला न पाओगे,
तुम मुझे यूँ जला ना पाओगे।
तुम मुझे यू जला ना पाओगे,
जली लंका मेरी जला मैं भी,
एक दिन तुम भी जलाये जाओगे,
तुम मुझे यूँ जला ना पाओगे।।
आज रावण से राम डरते है,
आज रावण से राम डरते है,
लखन ही सीता हरण करते है,
आज घर घर में छुपे है रावण,
आग किस किस को भला लगाओगे,
तुम मुझे यूँ जला ना पाओगे।
तुम मुझे यू जला ना पाओगे,
जली लंका मेरी जला मैं भी,
एक दिन तुम भी जलाये जाओगे,
तुम मुझे यूँ जला ना पाओगे।।
सीता हरना तो एक बहाना था,
सीता हरना तो एक बहाना था,
मुझको दर्शन प्रभु का पाना था,
मैंने मर कर के पाया प्रभु जी को,
जिन्दा रह करके जो तुम ना पाओगे,
तुम मुझे यूँ जला ना पाओगे।
तुम मुझे यूँ जला ना पाओगे,
जली लंका मेरी जला मैं भी,
एक दिन तुम भी जलाये जाओगे,
तुम मुझे यूँ जला ना पाओगे।।
Singer : Mukesh Badga
Sent By : Devanand Agarwal
Bahut achha laga
Bahut sunder
Sir is taraj per aap ik bajan bana dein
Aap ki bhaut kirpa hogi
Hamey suchit Kar Dena
Roop kishor sharma ladwa
Distk kurukshetra
Mob98132 62599
Best
Bohat hi sundar bhajan he. Yeh bhajan master gullu sharshar ji k dwara likha gya tha. Aab weh is pavan dhara par nhi he. Or bhi bohat saari rachnaye he unki bhagwan valmiki ji upar 🙏🚩💝