जिनको जिनको मिला सहारा,
उनको ये बतलाना है,
हारा हुआ जो भी मिल जाए,
उसका साथ निभाना है।।
इस कलयुग में कई सुदामा,
मारे मारे घूम रहे,
द्वारिका गोकुल मथुरा में,
सांवरिये को ढूंढ रहे,
उनसे करके यारी प्यारे,
उनका घर बनवाना है,
हारा हुआ जो भी मिल जाए,
उसका साथ निभाना है।।
कई द्रोपदी कई जगह पर,
सांवरीये को पुकार रही,
कई नरसी और कई नानियाँ,
बेबस और लाचार खड़ी,
उनका भाई बनके प्यारे,
उनकी लाज बचाना है,
हारा हुआ जो भी मिल जाए,
उसका साथ निभाना है।।
जो भी ऐसा काम करेगा,
प्रेमी वो कहलाएगा,
अंत समय में खुद सांवरिया,
उनको लेने आएगा,
‘श्याम’ कह रहा इसी बहाने,
थोडा कर्ज चुकाना है,
हारा हुआ जो भी मिल जाए,
उसका साथ निभाना है।।
जिनको जिनको मिला सहारा,
उनको ये बतलाना है,
हारा हुआ जो भी मिल जाए,
उसका साथ निभाना है।।
Singer : Puja Nathani