दीवाना हूँ तेरा कान्हा,
दीवाना हूं तेरा कान्हा,
मुझे ज्यादा ना तड़पाना,
मुझे ज्यादा ना तड़पाना,
दीवाना हूं तेरा कान्हा,
दीवाना हूं तेरा कान्हा।।
कभी गोकुल में ढुंढू तुझे,
वृन्दावन में ढुंढू तुझे,
नंदगांव में ढुँढू तुझे,
गोवर्धन में ढुँढू तुझे,
ढूंढ आया मैं बरसाना,
ढूंढ आया मैं बरसाना,
दीवाना हूं तेरा कान्हा,
दीवाना हूं तेरा कान्हा।।
अब तो कर दो दया की नज़र,
ठोकरे खा रहा दर-ब-दर,
एक तुम्हारे इस दर के सिवा,
और दुनिया में ना मेरा घर,
मुझे दर से ना ठुकराना,
मुझे दर से ना ठुकराना,
दीवाना हूं तेरा कान्हा,
दीवाना हूं तेरा कान्हा।।
हर तरह से तुम्हारे है हम,
आप मानो ना मानो भले,
तेरे चरणो में निकलेगा दम,
आप मानो ना मानो भले,
तुझे ‘पागल’ क्यों बेगाना,
तुझे ‘पागल’ क्यों बेगाना,
दीवाना हूं तेरा कान्हा,
दीवाना हूं तेरा कान्हा।।
दीवाना हूँ तेरा कान्हा,
दीवाना हूं तेरा कान्हा,
मुझे ज्यादा ना तड़पाना,
मुझे ज्यादा ना तड़पाना,
दीवाना हूं तेरा कान्हा,
दीवाना हूं तेरा कान्हा।।
Singer : Shri Chitra Vichitra Ji