कन्हैया हमें तुम,
भुला तो ना दोगे,
तड़पने की हमको,
सजा तो ना दोगे,
कन्हैया हमे तुम,
भुला तो ना दोगे।।
तर्ज – मेरे प्यार को तुम।
यहाँ नंदरानी,
वहां राजधानी,
अलग अपनी दुनिया,
बसा तो ना लोगे,
कन्हैया हमे तुम,
भुला तो ना दोगे।।
यहाँ गोपियों से,
चलन से तोड़ कर तुम,
वहां दिल किसी से,
लगा तो न लोगे,
कन्हैया हमे तुम,
भुला तो ना दोगे।।
भंवर में फसा कर,
मोहब्बत की नैया,
कहीं बिच इसको,
डूबा तो न दोगे,
कन्हैया हमे तुम,
भुला तो ना दोगे।।
कन्हैया हमें तुम,
भुला तो ना दोगे,
तड़पने की हमको,
सजा तो ना दोगे,
कन्हैया हमे तुम,
भुला तो ना दोगे।।