भालो भलके रे मोतीड़ा चमके,
ओ लीला घोड़ा वाला बाबा,
थारो भालो भलके।।
अरे पेहलो पेहलो परचो माता,
मैणादे ने दियो,
उपणतो दूध ढबायो जटके,
ओ लीला घोड़ा वाला बाबा,
थारो भालो भलके।।
अरे दूजो दूजो परचो पिता,
अजमालजी ने दियो,
कुंकु रा पगलिया मंडाया,
ओ लीला घोड़ा वाला बाबा,
थारो भालो भलके।।
अरे तीजो तीजो परचो बाणिया,
मोहिता ने दियो,
डुबतो री जहाज तिराई जटके,
ओ लीला घोड़ा वाला बाबा,
थारो भालो भलके।।
अरे चौथो चौथो परचो लाखू,
बिनजारा ने दियो,
मिछरी रो लूण बनायो जटके,
ओ लीला घोड़ा वाला बाबा,
थारो भालो भलके।।
अरे पांचवो तो परचो पाँचू,
पीरा ने दियो,
मक्का सु कटोरा मंगाया जटके,
ओ लीला घोड़ा वाला बाबा,
थारो भालो भलके।।
हरि रे शरणा में भाटी,
हरजी तो बोले,
पाँव पडू थे उबारो जटके,
ओ लीला घोड़ा वाला बाबा,
थारो भालो भलके।।
भालो भलके रे मोतीड़ा चमके,
ओ लीला घोड़ा वाला बाबा,
थारो भालो भलके।।
– भजन प्रेषक –
कालूराम जी सीरवी
8123418305