जग में सुन्दर है जोड़ी,
राधा और श्याम की,
दुनिया दीवानी हो गई,
दोनों के नाम की,
दुनिया दीवानी हो गई,
दोनों के नाम की।।
तर्ज – ये गोटेदार लहंगा।
गोकुल खेले कृष्ण कन्हैया,
बरसाने में राधा,
दोनों ने अवतार लिया ये,
जनम जनम का वादा,
सारे ब्रजवासी देखे,
लीला सुखधाम की,
दुनिया दीवानी हो गई,
दोनों के नाम की।।
बंशी की धुन छेड़े मोहन,
राधा सुध बिसरावे,
दौड़ी दौड़ी मधुबन जावे,
कोई रोक ना पाए,
महलो की खुशियां छूटी,
नहीं किसी काम की,
दुनिया दीवानी हो गई,
दोनों के नाम की।।
राधा और मोहन ने जग को,
प्रीत की रीत सिखाई,
झूठे है दुनिया के रिश्ते,
सच्ची प्रेम सगाई,
प्रेम अनमोल रतन है,
माया है छदाम की,
दुनिया दीवानी हो गई,
दोनों के नाम की।।
मोहन बिन राधा है सुनी,
राधा बिना कन्हैया,
मोहन खेवणहार तो समझो,
राधा जी है नैया,
‘बिन्नू’ कहता है जपलो,
माला राधेश्याम की,
दुनिया दीवानी हो गई,
दोनों के नाम की।।
जग में सुन्दर है जोड़ी,
राधा और श्याम की,
दुनिया दीवानी हो गई,
दोनों के नाम की,
दुनिया दीवानी हो गई,
दोनों के नाम की।।
स्वर – सौरभ मधुकर जी।
अछा