बालाजी कद आवेगा,
तेरा भक्त जोत प बैठा हो।।
ऊँ हनुमते बोलण लागया,
तेरे भवन में डोलण लागया,
तुं कदसी दर्श दिखावेगा,
तेरा भक्त जोत प बैठा हो,
बालाजी कद आवेंगा,
तेरा भक्त जोत प बैठा हो।।
राम नाम की चादर ले रहया,
बाबा ध्यान तेरे में दे रया,
मेरः कदसी मस्ती ठावेगा,
तेरा भक्त जोत प बैठा हो,
बालाजी कद आवेंगा,
तेरा भक्त जोत प बैठा हो।।
तेरे नाम की खटक लाग री,
मोह माया या कती भाग री,
और कितणा अजमावेगा,
तेरा भक्त जोत प बैठा हो,
बालाजी कद आवेंगा,
तेरा भक्त जोत प बैठा हो।।
सुमेर भक्त की लगन देख ले,
मन्नै भजन में मगन देख ले,
कितणे जाप करावेगा,
तेरा भक्त जोत प बैठा हो,
तेरा भक्त जोत प बैठा हो,
बालाजी कद आवेंगा,
तेरा भक्त जोत प बैठा हो।।
बालाजी कद आवेगा,
तेरा भक्त जोत प बैठा हो।।
गायक – नरेन्द्र कौशिक।
भजन प्रेषक – राकेश कुमार जी,
खरक जाटान(रोहतक)
( 9992976579 )