यार बनाया तन्ने श्याम,
तू फर्ज निभादे यारी का,
यार तेरा टोटे में चाले,
तेरा के फायदा साहूकारी का,
यार तेरा टोटे में चाले,
तेरा के फायदा साहूकारी का।।
घाटे मे आ ग्या तेरा यार,
तू खोल खजाने एक बार,
मन्ने बहुत सही अपनो की मार,
करता क्यो ज्यादा इंत्जार,
लाज बचादे हुआ फलूदा,
इज्जत सारी का,
यार तेरा टोटे में चाले,
तेरा के फायदा साहूकारी का,
यार तेरा टोटे में चाले,
तेरा के फायदा साहूकारी का।।
महाभारत में द्रोपत का,
जब तूने चीर बढाया,
जब जब भीड पडी भगतो पर,
तूने साथ निभाया,
ताना मारे लोग मन्ने मेरी,
जिम्मेदारी का,
यार तेरा टोटे में चाले,
तेरा के फायदा साहूकारी का,
यार तेरा टोटे में चाले,
तेरा के फायदा साहूकारी का।।
मै करता रहा तेरा इंत्जार,
तुझपे था मुझको एतबार,
जब आ जायेगा एकबार,
मेरी बन जायेगी बिगडी यार,
तेरे बिन क्य करू श्याम,
इस दुनिया दारी का,
यार तेरा टोटे में चाले,
तेरा के फायदा साहूकारी का,
यार तेरा टोटे में चाले,
तेरा के फायदा साहूकारी का।।
“माही” ने जब से साथ लिया,
दुख संकट उसका दूर किया,
तूने जी भरके प्यार दिया,
मैंने तन मन तेरे नाम किया,
किया भरोसा तेरे पे,
तेरी सरकारी का,
यार तेरा टोटे में चाले,
तेरा के फायदा साहूकारी का,
यार तेरा टोटे में चाले,
तेरा के फायदा साहूकारी का।।
यार बनाया तन्ने श्याम,
तू फर्ज निभादे यारी का,
यार तेरा टोटे में चाले,
तेरा के फायदा साहूकारी का,
यार तेरा टोटे में चाले,
तेरा के फायदा साहूकारी का।।
– गायक एवं प्रेषक –
महेश माही जी।
संपर्क – 7011106413