मेरे सांवरे जब भी लूं मैं जनम,
तुम्हारी ही भक्ति में,
तुम्हारी ही भक्ति में,
लगे मेरा मन,
मेरे सांवरे जब भी लूं मैं जनम।।
तर्ज – बहुत प्यार करते है।
गोकुल में जाके करूंगा बसेरा,
मुरली मधुर सुन होगा सवेरा,
गैया चराऊंगा,
गैया चराऊंगा मैं तेरे संग,
मेरे सांवरे जब भी लूं मैं जनम।।
सदा संग रहना बन के तू साया,
मिले बस मुझे तेरे प्रेम की छाया,
माखन खिलाना,
माखन खिलाना मुझे अपने संग,
मेरे सांवरे जब भी लूं मैं जनम।।
तुम्हारे चरणों में रहेगा ठिकाना,
तेरी शरण में ही जीवन बिताना,
इतनी तमन्ना है,
इतनी तमन्ना है सुनलो किशन,
मेरे सांवरे जब भी लूं मैं जनम।।
मेरे सांवरे जब भी लूं मैं जनम,
तुम्हारी ही भक्ति में,
तुम्हारी ही भक्ति में,
लगे मेरा मन,
मेरे सांवरे जब भी लूं मैं जनम।।
Singer – Sudhir Sangha