ओ मेरे सांवरे मेरी जिंदगी को,
ऐसे सज़ा दीजिए।।
तर्ज – ओ मेरे दिल के चैन।
आप की महफ़िल आपके गीत,
आप का ही श्रृंगार करूँ,
जब तक नैनो के दिप जले,
आप का ही दीदार करूँ,
तेरा हो के रहूं जब तक मैं जियूँ,
मुझे सेवा में अपनी लगा लीजिए,
ओ मेरे साँवरे मेरी जिंदगी को,
ऐसे सज़ा दीजिए।।
ना ही किसी से बैर रहे,
ना ही किसी से तक़रार करूँ,
लब पे सदा मुस्कान रहे,
हर दिल से मैं प्यार करूँ,
तेरा हो के रहूं जब तक मैं जियूँ,
प्रभु मुझको भी प्रेम सीखा दीजिए,
ओ मेरे साँवरे मेरी जिंदगी को,
ऐसे सज़ा दीजिए।।
चाहे खुशी हो चाहे हो गम,
हरपल तू मेरे पास रहे,
तेरा ही सुमिरन करता रहूं,
जब तक सांस में साँस रहे,
मर भी जाऊँ अगर छूटे ना तेरा दर,
‘सोनू’ कहे चरणों में जगह दीजिए,
ओ मेरे साँवरे मेरी जिंदगी को,
ऐसे सज़ा दीजिए।।
ओ मेरे सांवरे मेरी जिंदगी को,
ऐसे सज़ा दीजिए।।
स्वर – रवि बेरीवाल जी।