मत होना मन बावरे उदास,
सांवरा जरूर आएगा,
मन में रखना विश्वास,
सांवरा जरूर आएगा।।
तर्ज – ऐ जो सिल्ली सिल्ली औंदी ए हवा।
डोले नैया तेरी हाथो में ना पतवार हो,
राहें अंजानी और घोर अंधकार हो,
ऐसे अंधेरो में बनके प्रकाश,
सांवरा जरूर आएगा,
मत होना मन बाँवरे उदास,
सांवरा जरूर आएगा।।
तेरी लाज नहीं जाने देगा इतना तू जानना,
कसौटी पे डटे रहना हार नही मानना,
सच्चे प्रेमी नहीं होते है निराश,
सांवरा जरूर आएगा,
मत होना मन बाँवरे उदास,
सांवरा जरूर आएगा।।
मीरा पी गई थी विष प्याला इसी विश्वास पे,
दर पे सुदामा आया बस इसी आस पे,
है ‘रजनी’ को भी एहसास,
सांवरा जरूर आएगा,
मत होना मन बाँवरे उदास,
सांवरा जरूर आएगा।।
जिसे थामे इक बार हाथ उसका ना छोड़ता,
भक्तो का सांवरा भरोसा नहीं तोड़ता,
‘सोनू’ दिल में तू रखना आस,
सांवरा जरूर आएगा,
मत होना मन बाँवरे उदास,
सांवरा जरूर आएगा।।
मत होना मन बावरे उदास,
सांवरा जरूर आएगा,
मन में रखना विश्वास,
सांवरा जरूर आएगा।।
स्वर – रजनी राजस्थानी।
प्रेषक – अनुज कुमार मीना।
bahut mast he gana dharm ki prerda ko pahchante huye
Mat hona man baware udas ke sawra jarur aayega