मोहे लागि लगन तेरे नाम की,
जग छूटे तो छूटे,
रहमत पाई मैंने तेरे नाम की,
जग छूटे तो छूटे,
लागि लगन मोहे, लागि लगन मोहे,
लागि लगन मोहे, लागि लगन मोहे,
मोहे लागि लगन श्याम नाम की,
जग छूटे तो छूटे।।
सच्चा सौदा हमने किया है,
राम नाम का जाम पिया है,
मैंने साँसों की माला तेरे नाम की,
जग छूटे तो छूटे,
मोहे लागि लगन श्याम नाम की,
जग छूटे तो छूटे।।
ऐसी मस्ती ऐसी खुमारी,
भूल गई मैं तो दुनिया सारी,
मुझे खबर नहीं आज सुबह शाम की,
जग छूटे छूटे,
मोहे लागि लगन श्याम नाम की,
जग छूटे तो छूटे।।
मिल गया मुझको सच्चा मोती,
जाग गई अंदर प्रेम की ज्योति,
मुझे फ़िकर नहीं आज अंजाम की,
जग छूटे छूटे,
मोहे लागि लगन श्याम नाम की,
जग छूटे तो छूटे।।
मोहे लागि लगन तेरे नाम की,
जग छूटे तो छूटे,
रहमत पाई मैंने तेरे नाम की,
जग छूटे तो छूटे,
लागि लगन मोहे, लागि लगन मोहे,
लागि लगन मोहे, लागि लगन मोहे,
मोहे लागि लगन श्याम नाम की,
जग छूटे तो छूटे।।
स्वर – श्रीमती पूनम गुलाटी।