श्याम शीश मेरा तेरे कदम,
झुका लूँ जरा सा, झुका लूँ जरा सा,
पा जाऊं दम,
श्याम शीश मेरा तेरे कदम।।
तर्ज – बहुत प्यार करते है तुमको।
ज़माने का मारा,
वक्त का सताया,
किसी ने ना पूछा,
तेरे दर पे आया,
तुम तो करो बाबा,
तुम तो करो बाबा,
मुझ पे रहम,
श्याम शीश मेरा तेरे कदम।।
मैंने सुनी है तेरी,
करुणा की बातें,
मेरे लिए तो बाबा,
दिन काली रातें,
चमकेगा भाग्य तेरा,
चमकेगा भाग्य तेरा,
होगा करम,
श्याम शीश मेरा तेरे कदम।।
पुकारा हो जिसने,
खाटू के राजा,
तूने हर हाल में,
उसको नवाजा,
‘चंपा’ को बाबा,
‘चंपा’ को बाबा,
दे दो शरण,
श्याम शीश मेरा तेरे कदम।।
श्याम शीश मेरा तेरे कदम,
झुका लूँ जरा सा, झुका लूँ जरा सा,
पा जाऊं दम,
श्याम शीश मेरा तेरे कदम।।
गायक – चैतन्य दाधीच।