खाटू में हो मेरा अगला जनम,
कह दो ना श्याम खा के मेरी कसम,
खाटू में हो मेरा -२, अगला जनम,
कह दो ना श्याम खाके मेरी कसम।।
तर्ज – बहुत प्यार करते है।
स्वर्ग और वैकुण्ठ दोनों यहाँ है,
स्वर्ग और वैकुण्ठ दोनों यहाँ है,
रहता कन्हैया मेरा जहाँ है,
हरपल है रहना -२, तेरी शरण,
कह दो ना श्याम खाके मेरी कसम।।
खाटू की गलियाँ रस्ते चौराहे,
खाटू की गलियाँ रस्ते चौराहे,
जाती जहाँ पर मेरी निगाहें,
देखें तुम्हे ही -२, मेरे नयन,
कह दो ना श्याम खाके मेरी कसम।।
अरमा था जो तेरी सेवा का मन में,
अरमा था जो तेरी सेवा का मन में,
पूरा हुआ ना वो इस जनम में,
पल पल सताए -२, मुझको ये गम,
कह दो ना श्याम खाके मेरी कसम।।
इतनी तमन्ना कर दे तू पूरी,
इतनी तमन्ना कर दे तू पूरी,
सेवा करूँगा ऐसी मैं तेरी,
रखोगे खाटू में -२, जन्मों जनम,
कह दो ना श्याम खाके मेरी कसम।।
कह दो ना श्याम खा के मेरी कसम,
खाटू में हो मेरा अगला जनम,
कह दो ना श्याम खाके मेरी कसम।।
Singer – Pravesh Sharma
https://youtu.be/jedq_Yo-yAM