ओ मेरे बालाजी याद करे दुखियारी,
आके ने सुणले मेरी विपदा सारी,
आके ने सुणले मेरी विपदा सारी,
ओं मेरे बालाजी याद करे दुखियारी।।
पीहर में भी भाई कोन्या,
बेटे की ना आस से,
दुखिया ने लाई तेरी,
बाबा दरखास्त से,
सुखी कोन्या सास से,
सुकर माँ की मारी,
ओं मेरे बालाजी याद करे दुखियारी।।
करनी थी बात म्हणे,
रेगी मन मार के,
भवना ते बाहर खाड़ी,
बाबा धक्के मार के,
नाम ने पुकारू के मैं,
रोऊँ बलकारी,
ओं मेरे बालाजी याद करे दुखियारी।।
संकट पहरी मन्ने,
जीवन भी ना देता हो,
मीरा के जैसा जहर का प्याला,
पीवण भी ना देता हो,
मिलण भी ना देता हो,
कैसी माँ की गत न्यारी,
ओं मेरे बालाजी याद करे दुखियारी।।
गुड़िया ने याद करा,
बस गया मन में,
रो रो के मरनि,
तेरे हो भवन में,
‘अशोक’ भगत तेरा,
बन गया पुजारी,
ओं मेरे बालाजी याद करे दुखियारी।।
ओ मेरे बालाजी याद करे दुखियारी,
आके ने सुणले मेरी विपदा सारी,
आके ने सुणले मेरी विपदा सारी,
ओं मेरे बालाजी याद करे दुखियारी।।
गायक – नरेंद्र कौशिक जी।