तेरे हाथ में मेरा हाथ हो,
तेरे हाथ में मेरा हाथ हो,
यूँ ही हर घड़ी मुलाकात हो,
मेरे सांवरे, मेरे सांवरे,
जब भी करूँ जिससे करूँ,
जब भी करूँ जिससे करूँ,
बस एक तेरी ही बात हो,
मेरे सांवरे, मेरे सांवरे।।
तर्ज – किस राह में किस मोड़।
मेरे होंठो पे तेरा नाम हो,
तेरी सेवा ही मेरा काम हो,
चाहे दुःख मिले चाहे सुख मिले,
तेरे प्यार की सौगात हो,
मेरे सांवरे, मेरे सांवरे,
मेरे सांवरे, मेरे सांवरे।।
ऐसे हो कुछ मेरे करम,
तुमपे शुरू तुमपे ख़तम,
चाहे धुप हो चाहे छाव हो,
तेरी किरपा की बरसात हो,
मेरे सांवरे, मेरे सांवरे,
मेरे सांवरे, मेरे सांवरे।।
मेरे दिल में बस तेरी चाह हो,
दुनिया की ना परवाह हो,
जब चाहूँ मैं तुझे पाऊं मैं,
तुझसे यूँ ही मुलाकात हो,
मेरे सांवरे, मेरे सांवरे,
मेरे सांवरे, मेरे सांवरे।।
तेरे नाम है ये जिंदगी,
चाहे ‘मोहित’ तेरी बंदगी,
बैठा रहूँ तेरे सामने,
बस रूबरू हर बात हो,
मेरे सांवरे, मेरे सांवरे,
मेरे सांवरे, मेरे सांवरे।।
तेरे हाथ में मेरा हाथ हो,
तेरे हाथ में मेरा हाथ हो,
यूँ ही हर घड़ी मुलाकात हो,
मेरे सांवरे, मेरे सांवरे,
जब भी करूँ जिससे करूँ,
जब भी करूँ जिससे करूँ,
बस एक तेरी ही बात हो,
मेरे सांवरे, मेरे सांवरे।।
गायक – चमन लाल जी गर्ग।