बाबा ओ खाटू वाले, बाबा ओ खाटू वाले,
मेरे सीने में जब तक ये प्राण रहे,
खाटू वाले तेरे द्वार आता रहूँ,
यही गाता रहूँ,
बाबा ओ खाटू वाले, बाबा ओ खाटू वाले,
बाबा ओ खाटू वाले, बाबा ओ खाटू वाले।।
तर्ज – गंगा मैया में जबतक ये पानी।
यही सपना है बाबा हमारा,
हर शहर में हो मंदिर तुम्हारा,
करता भक्तों से प्यार,
देता दुष्टों को मार,
मैं तेरे दर पे सर को झुकाता रहूँ,
यही गाता रहूँ,
बाबा ओ खाटू वाले, बाबा ओ खाटू वाले,
बाबा ओ खाटू वाले, बाबा ओ खाटू वाले।।
तेरी मूरत ये पाषाण की है,
असली सूरत ये भगवान की है,
सर पे छत्र विशाल,
गल वैजयंती माला,
मैं तुम्हे देखकर मुस्कुराता रहूँ,
यही गाता रहूँ,
बाबा ओ खाटू वाले, बाबा ओ खाटू वाले,
बाबा ओ खाटू वाले, बाबा ओ खाटू वाले।।
किया दुनिया ने मुझसे किनारा,
आके बन जाओ बाबा सहारा,
मेरी जो लाज है, वो तेरे हाथ है,
सारी दुनिया तेरी ये दीवानी रहे,
हाँ दीवानी रहे,
बाबा ओ खाटू वाले, बाबा ओ खाटू वाले,
बाबा ओ खाटू वाले, बाबा ओ खाटू वाले।।
बाबा ओ खाटू वाले, बाबा ओ खाटू वाले,
मेरे सीने में जब तक ये प्राण रहे,
खाटू वाले तेरे द्वार आता रहूँ,
यही गाता रहूँ,
बाबा ओ खाटू वाले, बाबा ओ खाटू वाले,
बाबा ओ खाटू वाले, बाबा ओ खाटू वाले।।
गायक – दीपक जी गर्ग।