जब भी बोलो मीठा बोलो,
मीठे मीठे बोलो बोल,
हरी बोल राधे राधे बोल,
वाणी मीठी हो जाएगी,
मीठे मीठे होंगे बोल,
हरी बोल राधे राधे बोल।।
तन का घाव हो कितना भी गहरा,
इक दिन वो भर जाए,
कड़वी बोली का घाव,
जीवन भर रिसता जाए,
जिंदगी की कड़वाहट में,
थोड़ी मिश्री घोल,
हरी बोल राधे राधे बोल।।
सुख से जीने की बस दो ही,
बातें है अनमोल,
हाथों से कारज हो अच्छे,
मुख में मीठे बोल,
खोया है तू क्यों सपने में,
अब तो अपनी आँखे खोल,
हरी बोल राधे राधे बोल।।
जहाँ काम ना आए बरछी,
और बन्दुक की गोली,
वहाँ काम कर जाए,
प्यार भरे शब्दों की बोली,
‘अंकुश’ इतना मीठा बोलो,
सबका मनवा जाए डोल,
हरी बोल राधे राधे बोल।।
जब भी बोलो मीठा बोलो,
मीठे मीठे बोलो बोल,
हरी बोल राधे राधे बोल,
वाणी मीठी हो जाएगी,
मीठे मीठे होंगे बोल,
हरी बोल राधे राधे बोल।।
Singer – Ajay Nathani