स्वर्ग से सुंदर सपनो से प्यारा,
है तेरा दरबार,
जहाँ तेरा प्यार मिला है,
हमें हर बार मिला है,
जहाँ तेरा प्यार मिला है,
हमें हर बार मिला है।।
तर्ज – स्वर्ग से सुन्दर सपनो से।
रोशन है मेरी दुनिया,
तेरे ही प्यार से,
सब कुछ मिला है मुझे,
इस दरबार से,
तेरी शरण में आके मिला है,
एक नया परिवार,
जहाँ तेरा प्यार मिला है,
हमें हर बार मिला है।।
जब अपना हाथ मेरे,
सर पे फिराते,
मेरी सारी विपदा,
दूर हो जाती,
हम पर अपनी दया लूटाकर,
बना दिया हकदार,
जहाँ तेरा प्यार मिला है,
हमें हर बार मिला है।।
तुम हो हमारे बाबा,
हम है तुम्हारे,
मुझको तो लगते प्यारे,
तेरे हर नजारे,
हमको ऐसी सेवा मिली है,
जग की क्या दरकार,
जहाँ तेरा प्यार मिला है,
हमें हर बार मिला है।।
स्वर्ग से सुंदर सपनो से प्यारा,
है तेरा दरबार,
जहाँ तेरा प्यार मिला है,
हमें हर बार मिला है,
जहाँ तेरा प्यार मिला है,
हमें हर बार मिला है।।
स्वर – प्रीती जी सोनी।
Bhaut accha hai
आपके सभी भजन मुझे मन्त्र मुग्ध कर देते हैं मुझे बहुत अच्छे लगते हैं मैं सुनता हूँ और गाता भी हूँ