काली कमली वाले ने,
मेरा दिल तो दीवाना कर दिया।।
दोहा – तिरछे नैना होंठ रसीले,
चितवन बांकी बांकी,
दुनिया हो गई तेरी दीवानी,
जब से इन नैनो में झांकी।
काली कमली वाले ने,
मेरा दिल तो दीवाना कर दिया,
दिल तो दीवाना कर दिया,
मेरा दिल तो दीवाना कर दिया,
इक गोकुल के ग्वाले ने,
मेरा दिल तो दीवाना कर दिया,
काली कमली वालें ने,
मेरा दिल तो दीवाना कर दिया।।
बांके नैना बांकी चितवन,
बांकी तेरी हर अदा,
बांकपन पर तेरे कान्हा,
हो गई दुनिया फ़िदा,
कारी अखियन वारे ने,
मेरा दिल तो दीवाना कर दिया,
काली कमली वालें ने,
मेरा दिल तो दीवाना कर दिया।।
सारे ब्रज को है नचाए,
मुरली की इक तान पर,
कितनो ने है दिल लुटाया,
तेरी एक मुस्कान पर,
सुन्दर अधरों वाले ने,
मेरा दिल तो दीवाना कर दिया,
काली कमली वालें ने,
मेरा दिल तो दीवाना कर दिया।।
नैनो में तुझको बसा के,
आँखे कर लूँ बंद मैं,
मन ही मन मैं कर लूँ कान्हा,
तोसे बाते चन्द मैं,
भोरी बतियन वाले ने,
मेरा दिल तो दीवाना कर दिया,
काली कमली वालें ने,
मेरा दिल तो दीवाना कर दिया।।
दिल कहे जब दिल है वारा,
जा भी तोपे वार दूँ,
प्यार तेरा गर मिले तो,
जग की खुशियां वार दूँ,
राधे जी के प्यारे ने,
मेरा दिल तो दीवाना कर दिया,
काली कमली वालें ने,
मेरा दिल तो दीवाना कर दिया।।
काली कमली वाले ने,
मेरा दिल तो दीवाना कर दिया,
दिल तो दीवाना कर दिया,
मेरा दिल तो दीवाना कर दिया,
इक गोकुल के ग्वाले ने,
मेरा दिल तो दीवाना कर दिया,
काली कमली वालें ने,
मेरा दिल तो दीवाना कर दिया।।
स्वर – डॉ. अनिल जी शर्मा।