तेरी जय हो कुंज बिहारी,
तेरी जय हो बांके बिहारी,
सब अवतारण पर अवतारी,
हो हो ओ ओ ओ, आ आ आ आ आ,
तेरी जय हो कुँज बिहारी,
तेरी जय हो बांके बिहारी।।
अंश कला अवतार आपको,
जाने सभी जमाना,
नित्य किशोरे अजन्मा बांके,
सब रसिकन ने माना,
नित्य किशोरे अजन्मा बांके,
सब रसिकन ने माना,
रसिक जनन के हो हितकारी,
हो हो ओ ओ ओ, आ आ आ आ आ,
तेरी जय हो कुँज बिहारी,
तेरी जय हो बांके बिहारी।।
अद्भुत जोड़ी गौरी श्याम की,
धरा धाम पर आई,
कुञ्ज बिहारी कुञ्ज बिहारीन,
सबके मन को भायी,
कुञ्ज बिहारी कुञ्ज बिहारीन,
सबके मन को भायी,
जोड़ी पर हम वारि वारि,
हो हो ओ ओ ओ, आ आ आ आ आ,
तेरी जय हो कुँज बिहारी,
तेरी जय हो बांके बिहारी।।
श्री हरिदास के प्राणन प्यारे,
रसिकन के सुख दाता,
प्रकट भए कुंजन पे वाके,
प्रेम रंग रंग राता,
प्रकट भए कुंजन पे वाके,
प्रेम रंग रंग राता,
दुलरावै हरिदास दुलारी,
हो हो ओ ओ ओ, आ आ आ आ आ,
तेरी जय हो कुँज बिहारी,
तेरी जय हो बांके बिहारी।।
चिर जीवे ये जोड़ी प्यारी,
नित्य निरंतर खेले,
अजर अमर ये रहे सदा,
सब रसिकन के मन में ले,
अजर अमर ये रहे सदा,
सब रसिकन के मन में ले,
‘पागल’ आया शरण तुम्हारी,
हो हो ओ ओ ओ, आ आ आ आ आ,
तेरी जय हो कुँज बिहारी,
तेरी जय हो बांके बिहारी।।
तेरी जय हो कुंज बिहारी,
तेरी जय हो बांके बिहारी,
सब अवतारण पर अवतारी,
हो हो ओ ओ ओ, आ आ आ आ आ,
तेरी जय हो कुँज बिहारी,
तेरी जय हो बांके बिहारी।।
स्वर – बाबा रसिका पागल महाराज जी।