आई है जागे वाली रात वे,
मैं तो झूम झूम नचना,
घर में कराया मैंने माँ का जगराता,
घर मेरे आएगी शेरावाली माता,
आयी है जागे वाली रात वे,
मैं तो झूम झूम नचना।।
लाल चुनर तेरी तारों जड़ाई,
लाल चुनर तेरी तारों जड़ाई,
तुझे ओढ़ाऊँ अपने हाथ वे,
मैं तो झूम झूम नचना,
आयी है जागे वाली रात वे,
मैं तो झूम झूम नचना।।
हलवा चने का भोग बनाया,
हलवा चने का भोग बनाया,
तुझे खिलाऊँ बड़े प्यार से,
मैं तो झूम झूम नचना,
आयी है जागे वाली रात वे,
मैं तो झूम झूम नचना।।
कंजक रूप में आना माता,
कंजक रूप में आना माता,
हमपे लूटाना अपना प्यार वे,
मैं तो झूम झूम नचना,
आयी है जागे वाली रात वे,
मैं तो झूम झूम नचना।।
भक्तो की विनती सुनती है अम्बे,
भक्तो की विनती सुनती है अम्बे,
आएगी सिंह पे सवार वे,
मैं तो झूम झूम नचना,
आयी है जागे वाली रात वे,
मैं तो झूम झूम नचना।।
आई है जागे वाली रात वे,
मैं तो झूम झूम नचना,
घर में कराया मैंने माँ का जगराता,
घर मेरे आएगी शेरावाली माता,
आयी है जागे वाली रात वे,
मैं तो झूम झूम नचना।।
स्वर – राकेश काला जी।