चलो बुलावा आया हैं,
बाबा ने बुलाया है,
सब हारों का एक सहारा,
बाबा श्याम कहाया है,
चलों बुलावा आया है,
बाबा ने बुलाया है।।
देख सुनाकर दुखड़े अपने,
तेरे कष्ट मिटा देगा,
बिगड़ी हुई तेरे हाथ की रेखा,
पल में श्याम बना देगा,
भर दी झोली उसकी जिसने,
दामन को फैलाया है,
चलों बुलावा आया है,
बाबा ने बुलाया है।।
खाटू की पावन धरती पर,
बैकुंठ सा तोरणद्वारा है,
श्री श्याम कुंड स्नान करो,
जहाँ बहती अमृत धारा है,
लगता है जैसे धरती पर,
स्वर्ग उतर कर आया है,
चलों बुलावा आया है,
बाबा ने बुलाया है।।
है धन्य वो माँ इस धरती पर,
जिसने इस लाल को जन्म दिया,
हम भक्तो की खातिर बाबा तूने,
अपने शीश का दान दिया,
इस कलयुग में तुझसा दानी,
ना कोई कहलाया है,
चलों बुलावा आया है,
बाबा ने बुलाया है।।
श्याम धणी के मंदिर में,
हाल सुनाकर देख जरा,
बिगड़ी श्याम बना देगा,
खाटू जाकर देख जरा,
‘कुक्की’ ने औकात से ज्यादा,
श्याम धणी से पाया है,
चलों बुलावा आया है,
बाबा ने बुलाया है।।
चलो बुलावा आया हैं,
बाबा ने बुलाया है,
सब हारों का एक सहारा,
बाबा श्याम कहाया है,
चलों बुलावा आया है,
बाबा ने बुलाया है।।
स्वर – कुक्की अरोड़ा।