ना दाम लगे ना कोड़ी,
माँ के नाम को ध्याले,
तेरी खाली झोली भर देगी,
तू माँ को मना ले,
तेरी खाली झोली भर देगी,
तू माँ को मना ले।।
तर्ज – दिल दीवाने का डोला।
दुःख जीवन के माँ सारे,
पल भर में दूर भगाए,
जन्मो जन्मो से सोती,
किस्मत के भाग्य जगाए,
माँ नाम का जीवन में,
गुणगान तू गा ले,
तेरी खाली झोली भर देगी,
तू माँ को मना ले,
तेरी खाली झोली भर देगी,
तू माँ को मना ले।।
कलयुग में नाम ही माँ का,
सारी दुनिया को है तारे,
तेरा नाम जो ध्याले दो पल,
तेरे बन जाते वो प्यारे,
पापी मन में मैया की तू,
मूरत को बसा ले,
तेरी खाली झोली भर देगी,
तू माँ को मना ले,
तेरी खाली झोली भर देगी,
तू माँ को मना ले।।
जब तेरा ना हो सहारा,
ना फिर तू मारा मारा,
मैया का नाम ही देगा,
तुझे तुफानों में किनारा,
तेरा तन मन तू,
मैया रानी के रंग में रंगा ले.
तेरी खाली झोली भर देगी,
तू माँ को मना ले,
तेरी खाली झोली भर देगी,
तू माँ को मना ले।।
मैया का नाम है ऐसा,
हर पल ही साथ निभाए,
तेरे नाम की जिसको लगन हो,
उसे दुःख ना कोई सताए,
तू चरणों में मैया के,
थोड़ा ध्यान लगा ले,
तेरी खाली झोली भर देगी,
तू माँ को मना ले,
तेरी खाली झोली भर देगी,
तू माँ को मना ले।।
ना दाम लगे ना कोड़ी,
माँ के नाम को ध्याले,
तेरी खाली झोली भर देगी,
तू माँ को मना ले,
तेरी खाली झोली भर देगी,
तू माँ को मना ले।।
स्वर – मुकेश बागड़ा जी।