दिल में बसा हुआ है,
मेरे प्यार आपका।
दोहा – तेरी सूरत को जबसे देखा,
बेहोश हुए मदहोश हुए,
अब प्रीत की रीत निभा दे जरा,
चरणों में झुकाकर सर बैठे,
पलकों में छूपा लूँ श्याम तुम्हे,
ये तन मन तुझपे वार दिया,
जबसे पकड़ा तेरे दामन को,
दुनिया से किनारा कर बैठे।
दिल में बसा हुआ है,
मेरे प्यार आपका,
होता है रोज ख्वाब में,
दीदार आपका,
दील में बसा हुआ है,
मेरे प्यार आपका।।
ओ कान्हा बंसी वाले,
हकीकत ये बात है,
ये जा भी आपकी मेरा,
ये जा भी आपकी मेरा,
संसार आपका,
दील में बसा हुआ है,
मेरे प्यार आपका।।
उठती है जब भी दिल में,
दीदार की तमन्ना,
मन में बना है मंदिर,
मन में बना है मंदिर,
दरबार आपका,
दील में बसा हुआ है,
मेरे प्यार आपका।।
जानू ना पूजा वंदन,
कैसे करूँ तुम्हारा,
किस विध करूँ तुम्हारा,
किस विध करूँ तुम्हारा,
सत्कार आपका,
दील में बसा हुआ है,
मेरे प्यार आपका।।
दुनिया में बिन तुम्हारे,
नहीं और पर भरोसा,
दर पर खड़ा बगल में,
दर पर खड़ा बगल में,
लाचार आपका,
दील में बसा हुआ है,
मेरे प्यार आपका।।
दील में बसा हुआ है,
मेरे प्यार आपका,
होता है रोज ख्वाब में,
दीदार आपका,
दील में बसा हुआ है,
मेरे प्यार आपका।।
Singer – Dinesh Goswami