निशदिन जपूँ तेरा नाम,
हे हे हे हे मेरे राम,
सुबह हो चाहे हो अब शाम,
हे हे हे हे मेरे राम,
निसदिन जपूँ तेरा नाम,
हे हे हे हे मेरे राम।।
प्रेम रस में मैं डूबा,
तेरे भक्ति में झुमा,
तेरे दर्शन को मैं,
प्रभु दर दर घुमा,
तेरी याद में कटे दिन रात,
तेरी याद में कटे दिन रात,
हे हे हे हे मेरे राम,
निसदिन जपूँ तेरा नाम,
हे हे हे हे मेरे राम।।
मैं हूँ बेसहारा,
है कोई ना हमारा,
मेरे रोम रोम ने,
तेरा नाम है पुकारा,
एक तेरे सिवा ना कुछ काम,
एक तेरे सिवा ना कुछ काम,
हे हे हे हे मेरे राम,
निसदिन जपूँ तेरा नाम,
हे हे हे हे मेरे राम।।
चले भक्तो की टोली,
खेले प्रेम की होली,
जय जय श्री राम,
के लगाके सब बोली,
अब पगों को दिए बिन विराम,
अब पगों को दिए बिन विराम,
हे हे हे हे मेरे राम,
निसदिन जपूँ तेरा नाम,
हे हे हे हे मेरे राम।।
निशदिन जपूँ तेरा नाम,
हे हे हे हे मेरे राम,
सुबह हो चाहे हो अब शाम,
हे हे हे हे मेरे राम,
निसदिन जपूँ तेरा नाम,
हे हे हे हे मेरे राम।।
स्वर – विकास भारद्वाज जी।