एक श्याम बिना,
कोई ना हमारा,
हारे का ये ही सहारा, सहारा,
हारे का ये ही सहारा।।
तर्ज – खाली दिल नईयो।
दुनिया से जब कोई,
हार के आता है,
श्याम उसे तो,
गले से लगता है,
बिगड़ी बन जाती है,
जो भी दर पे आता है,
मेरे श्याम से जोड़ ले तू नाता,
खाटू वाले से जोड़ ले तू नाता,
हारे का ये ही सहारा,
हारे का ये ही सहारा।।
जीत रहा था जब तक,
देख ना पाया था,
हार गया तो सामने पाया था,
सबने रिश्ता तोड़ दिया तो,
श्याम ने हाथ बढ़ाया था,
श्याम नाम की जप ले तू माला,
खाटू वाले की जप ले तू माला,
हारे का ये ही सहारा,
हारे का ये ही सहारा।।
जीवन में मेरे घोर अँधेरा था,
दुनिया की भीड़ में भी,
कितना अकेला था,
श्याम की किरपा हो जाने से,
सबने रिश्ता जोड़ लिया,
मेरे श्याम का खेल है निराला,
खाटू वाले का खेल है निराला,
हारे का ये ही सहारा,
हारे का ये ही सहारा।।
एक श्याम बिना,
कोई ना हमारा,
हारे का ये ही सहारा, सहारा,
हारे का ये ही सहारा।।
Singer – Abir Agarwal