हाँ जी रे दिवाना थारी उमर,
बीती जावे रे दिवाना।
दोहा – मनवा पंथडो दूर है,
और सामी पड गई रात,
क्या जाने क्या होवसी,
उगतडे प्रभात।
हाँ जी रे दिवाना थारी उमर,
बीती जावे रे दिवाना,
थारी उमर बीती जावे रे दिवाना,
हरी गुण क्यु नही गावे रे,
राम गुण क्यु नही गावे रे,
हां जी रे दिवाना थारी उमर,
बीती जावे रे।।
अरे हाँ जी रे दिवाना थारी,
डगमग चाले नाड रे दिवाना,
थारी डगमग चाले नाड रे दिवाना,
सिर पर भमरयो काल रे,
सिर पर भमरयो काल रे,
हां जी रे दिवाना थारी उमर,
बीती जावे रे।।
हाँ जी रे दिवाना थाने,
आंखीया सु सूजे नाय रे दिवाना,
आंखीया सु सूजे नाय रे दिवाना,
गोडा मे चाले शूल रे,
गोडा मे चाले शूर रे,
हां जी रे दिवाना थारी उमर,
बीती जावे रे।।
हाँ जी रे दिवाना थारी,
परणी छोडी प्रीत रे दिवाना,
थारी परणी छोडी प्रीत रे दिवाना,
बेटा बोले बोल रे,
बेटा बोले बोल रे,
हां जी रे दिवाना थारी उमर,
बीती जावे रे।।
हाँ जी रे दिवाना ऐतो,
कह गया दास कबीर रे,
दिवाना कह गया दास कबीर रे,
दिवाना थारो लेको लेसी राम रे,
थारो लेको पुचे राम रे,
हां जी रे दिवाना थारी उमर,
बीती जावे रे।।
हां जी रे दिवाना थारी उमर,
बीती जावे रे दिवाना,
थारी उमर बीती जावे रे दिवाना,
हरी गुण क्यु नही गावे रे,
राम गुण क्यु नही गावे रे,
हां जी रे दिवाना थारी उमर,
बीती जावे रे।।
स्वर – प्रकाश माली जी।
प्रेषक – मनीष सीरवी
9640557818
अति सुंदर