मेरे होठों पे हो तेरा नाम,
की जब मेरे प्राण निकले,
गाये रसना भी जय श्री श्याम,
की जब मेरे प्राण निकले,
मेरे होंठों पे हों तेरा नाम,
की जब मेरे प्राण निकले।।
तर्ज – गली में आज चाँद निकला।
शुभ मुहूर्त शुभ लग्न हो बाबा,
और ग्यारस का दिन हो बाबा,
हो वक्त सुबह या शाम,
हो वक्त सुबह या शाम,
की जब मेरे प्राण निकले,
मेरे होंठों पे हों तेरा नाम,
की जब मेरे प्राण निकले।।
स्वास मेरी जब रुक रुक आवे,
यमदूतों से डर जब लागे,
तेरे चरणों को लूँ मैं थाम,
तेरे चरणों को लूँ मैं थाम,
की जब मेरे प्राण निकले,
मेरे होंठों पे हों तेरा नाम,
की जब मेरे प्राण निकले।।
जब आए मुझे अंतिम हिचकी,
दो बुँदे चरणों के रज की,
मुझको देना पिला घनश्याम,
मुझको देना पिला घनश्याम,
की जब मेरे प्राण निकले,
मेरे होंठों पे हों तेरा नाम,
की जब मेरे प्राण निकले।।
गाये ‘प्रवीण’ और लिखे ‘अनाड़ी’,
हो नैनन में छवि तुम्हारी,
और जगह हो खाटू धाम,
और जगह हो खाटू धाम,
की जब मेरे प्राण निकले,
मेरे होंठों पे हों तेरा नाम,
की जब मेरे प्राण निकले।।
मेरे होठों पे हो तेरा नाम,
की जब मेरे प्राण निकले,
गाये रसना भी जय श्री श्याम,
की जब मेरे प्राण निकले,
मेरे होंठों पे हों तेरा नाम,
की जब मेरे प्राण निकले।।
Singer – Praveen Varshney
Lyrics – Raj Anadi