शिव शंकर भोला भाला,
संसार के लिए,
कहलाया नील कंठ वो,
विष पान के लिए,
शिव शँकर भोला भाला,
संसार के लिए।।
भौले की महिमा भाई,
वेदों ने खुब सुनाई,
कैलाश पति शम्भू है,
हम भगतो के सहाई,
दुष्टों को मार गिराया,
भगत उद्धार के लिए,
शिव शँकर भोला भाला,
संसार के लिए।।
भस्मासुर अत्याचारी,
बुरी नजर गोरा पर डारी,
बना मोहिनी रुप हरि ने,
फिर भष्म किया दुराचारी,
सिर पर धर हाथ नचाया,
मरा वरदान के लिए,
शिव शँकर भोला भाला,
संसार के लिए।।
कांवड़ की हुई तैयारी,
भगतो में खुशीया छारी,
सब लाण लगे जल भर कर,
जय कारों की गुंज है भारी,
लिख भजन सुरेन्द्र गाता,
शिव सत्कार के लिए,
शिव शँकर भोला भाला,
संसार के लिए।।
शिव शंकर भोला भाला,
संसार के लिए,
कहलाया नील कंठ वो,
विष पान के लिए,
शिव शँकर भोला भाला,
संसार के लिए।।
– गायक एवं प्रेषक –
सुरेन्द्र सिंह प्रधान निठौरा
9999641853
https://youtu.be/CUENDL-UL1w
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