कर दो कृपा की एक नजर,
हे लाडली राधे,
कर दों कृपा की एक नजर,
हे लाडली राधे,
हे लाडली राधे,
हे लाडली राधे,
भटकाओ ना यूं दरबदर,
हे लाडली राधे,
कर दों कृपा की एक नजर,
हे लाडली राधे।।
किसको कहूं मैं अपना,
कोई नहीं है मेरा,
मतलब के नाते तोड़े,
पकड़ा है दामन तेरा,
पल पल मैं तड़पा इस कदर,
हे लाडली राधे,
कर दों कृपा की एक नजर,
हे लाडली राधे।।
हमराही थे जो कल तक,
देते नहीं दिखाई,
गैरों से कैसा शिकवा,
अपनों से चोट खाई,
तड़पे है दर्दे दिल जिगर,
हे लाडली राधे,
कर दों कृपा की एक नजर,
हे लाडली राधे।।
थक सा गया हूं लाडली,
मंजिल मिली नहीं,
पतझड़ सा मेरा जीवन,
कोई कली खिली नहीं,
मेरी आके लेना तुम खबर,
हे लाडली राधे,
कर दों कृपा की एक नजर,
हे लाडली राधे।।
कोई नहीं है मेरा,
श्यामा तुम्ही हो मेरी,
जीवन ये बीता जाए,
अब तुम करो ना देरी,
भटके ना ‘चित्र विचित्र’ डगर,
हे लाडली राधे,
कर दों कृपा की एक नजर,
हे लाडली राधे।।
कर दो कृपा की एक नजर,
हे लाडली राधे,
कर दों कृपा की एक नजर,
हे लाडली राधे,
हे लाडली राधे,
हे लाडली राधे,
भटकाओ ना यूं दरबदर,
हे लाडली राधे,
कर दों कृपा की एक नजर,
हे लाडली राधे।।
स्वर – श्री चित्र विचित्र जी महाराज।
प्रेषक – शेखर चौधरी।
मो – 9754032472