आओ म्हारा सेठ सांवरा,
आँगनिये म्हारे आज,
नूत जिमाउँ सांवरा,
तने घने चाव सु आज,
जीमो जीमो जी म्हारा श्याम,
नूत जिमाउँ सांवरा,
तने घने चाव सु आज।।
ना चंदन री चौकी घाली,
ना चांदी रो थाल,
तनै जिमाउ सांवारा,
धरती पर आसन घाल,
जीमो जीमो जी म्हारा श्याम,
नूत जिमाउँ सांवरा,
तने घने चाव सु आज।।
ना कर्मा रो खीचड़ ल्याई,
ना शबरी रो बेर,
बाजरा री रोट हु ल्याई,
और सांगरी केर,
जीमो जीमो जी म्हारा श्याम,
नूत जिमाउँ सांवरा,
तने घने चाव सु आज।।
खीर चूरमो रोज तू खावे,
खावे छप्पन भोग,
झंझट मेरे घना लागरया,
कैया बैठे जोग,
जीमो जीमो जी म्हारा श्याम,
नूत जिमाउँ सांवरा,
तने घने चाव सु आज।।
या सुन देखो श्याम पधारया,
धर बालक रो रूप,
जी भरकर आज खाउला,
प्यार मिल्यो भरपूर,
जीमे जीमे देखो श्याम,
पूजा भक्त री प्रीत पिछाणी,
चाव से जीमे श्याम।।
आओ म्हारा सेठ सांवरा,
आँगनिये म्हारे आज,
नूत जिमाउँ सांवरा,
तने घने चाव सु आज,
जीमो जीमो जी म्हारा श्याम,
नूत जिमाउँ सांवरा,
तने घने चाव सु आज।।
Singer – Vikrant Joshi
Writer – Pooja Joshi
9864190095