दुनिया से हारा हूँ मैं,
तेरी दरकार है,
आजा मेरे सांवरे,
तेरा इंतज़ार है।।
तर्ज – छूप गया कोई रे दूर से।
बीच भंवर में,
नैया है डोले,
ना है किनारा कोई,
खाये हिचकोले,
तुमसे है आस मेरी,
तेरा एतबार है,
आजा मेरे सांवरे,
तेरा इंतज़ार है।।
डूब ना जाए ये,
नैया मेरी,
थाम लो आकर इसको,
दरकार तेरी,
टूटी सी है नैया मेरी,
टूटी पतवार है,
आजा मेरे सांवरे,
तेरा इंतज़ार है।।
हारे के सहारे श्याम,
मैं भी मँझदार हूँ,
बालक हूँ तेरा श्याम,
माना खतावार हूँ,
‘तुलसी’ की नैया का,
तू ही खेवनहार है,
आजा मेरे सांवरे,
तेरा इंतज़ार है।।
दुनिया से हारा हूँ मैं,
तेरी दरकार है,
आजा मेरे सांवरे,
तेरा इंतज़ार है।।
Singer – Suresh Majoka