हमारा यार है गिरधर,
हमें औरों से क्या लेना।
दोहा – सब यार बनके देखे हम,
नहीं कोई कभी भी हमारा हुआ,
अब छोड़ चले जग की यारी,
बस सांवरा यार हमारा हुआ।
हमारा यार है गिरधर,
हमें औरों से क्या लेना,
बतन है बेपनाह हममें,
हमें औरों से क्या लेना,
हमारा यार हैं गिरधर,
हमें औरों से क्या लेना।।
ना बिछड़े वो पिया हमसे,
ना बिछड़े हम प्यारे से,
मेरी नज़रों में आ जाओ,
तो फिर गैरों से क्या लेना,
हमारा यार है माधव,
हमें औरों से क्या लेना।।
ना कोई अब बसे दिल में,
ना कोई अब रहे दिल में,
तुम्ही तुम रूह में होंगे,
तो फिर औरों से क्या लेना,
हमारा यार है माधव,
हमें औरों से क्या लेना।।
ना तुमको मैं कभी भूलूँ,
ना मद में मैं कभी झूलूं,
यही बस कामना पूरण,
तो फिर ‘अंकुश’ को क्या लेना,
हमारा यार है हम में,
हमें औरों से क्या लेना।।
हमारा यार हैं गिरधर,
हमें औरों से क्या लेना,
बतन है बेपनाह हममें,
हमें औरों से क्या लेना,
हमारा यार हैं गिरधर,
हमें औरों से क्या लेना।।
Singer/Lyrics – Ankush Ji Maharaj