नही मैं अकेला मेरे साथ तू है,
मेरा नाथ तू है मेरे साथ तू है।।
चला जा रहा हूँ मैं,
राहो पे तुम्हारी,
राहो पे आए जो,
तूफान भारी,
थामे हुए बस,
मेरा हाथ तू है,
नहीं मै अकेला मेरे साथ तू है,
मेरा नाथ तू है मेरे साथ तू है।।
तेरा दास हूँ मैं,
तेरे गीत गाउँ,
तुझे भूल के भी ना,
कभी भूल पाऊँ,
तू ही मेरा तात बंधु,
पिता मात तू है,
नहीं मै अकेला मेरे साथ तू है,
मेरा नाथ तू है मेरे साथ तू है।।
ठाकुर है तू मेरा,
मैं तेरा पुजारी,
तेरा खेल हूँ मैं,
तू मेरा खिलाड़ी,
मेरी ज़िंदगी की,
हर एक बात तू है,
नहीं मै अकेला मेरे साथ तू है,
मेरा नाथ तू है मेरे साथ तू है।।
नही मैं अकेला मेरे साथ तू है,
मेरा नाथ तू है मेरे साथ तू है।।
स्वर – चित्र विचित्र महाराज जी।