राधा रानी प्रगट भयी आज,
बधाई बाजे बरसाने,
बधाई बाजे बरसाने,
बधाई बाजे बरसाने,
गावे मंगल रसिक समाज,
बधाई बाजे बरसाने,
राधा रानी प्रकट भई आज,
बधाई बाजे बरसाने।।
तीनों लोक की स्वामिनी आई,
बरसाने में खुशियाँ छाई,
सब बिगड़े बन गए काज,
बधाई बाजे बरसाने,
राधा रानी प्रकट भई आज,
बधाई बाजे बरसाने।।
किरती मैया गोद खिलावे,
भानु बाबा भण्डार लुटावे,
प्रकटी रसिकन सरताज,
बधाई बाजे बरसाने,
राधा रानी प्रकट भई आज,
बधाई बाजे बरसाने।।
प्रकट भई हरिदास दुलारी,
श्याम प्यारी कुञ्ज बिहारी,
भयो आनंद निधिवन आज,
बधाई बाजे बरसाने,
राधा रानी प्रकट भई आज,
बधाई बाजे बरसाने।।
दास जनम की देवे बधाई,
बड़े भाग्य से ये घड़ी आई,
करे किस्मत पर सब नाज,
बधाई बाजे बरसाने,
राधा रानी प्रकट भई आज,
बधाई बाजे बरसाने।।
राधा रानी प्रगट भयी आज,
बधाई बाजे बरसाने,
बधाई बाजे बरसाने,
बधाई बाजे बरसाने,
गावे मंगल रसिक समाज,
बधाई बाजे बरसाने,
राधा रानी प्रकट भई आज,
बधाई बाजे बरसाने।।
स्वर – श्री कुंजबिहारी दास जी महाराज।