गुरु रे वचनो में दोरो हालणो,
भेणो खांडा वाली धारा,
धारा चुका ने अणिया मार सी,
हिरदे धरो मेरा भाई,
गुरु रे वचनों में दोरो हालणो।।
अरे भाई पांच बलदो री गाडली,
उदड़ खडिया जावे ओ,
सुगरा मिल जावे कोई सागडी़,
घेर न मार्ग लावे ओ,
गुरु रे वचनों में दोरो हालणो।।
अरे भाई गुरु लोभी चेलों लालची,
रिल मिल खेले दोनु डावा ओ,
दोनु डुबे ला डुबी बायरां,
भेवे पत्थर वाली नावां ओ,
गुरु रे वचनों में दोरो हालणो।।
अरे भाई पांच विषे ने पर हरे,
वेई संत कहावे,
धर्मीदास जी विनती,
वासा वेकुटा मे पावे ओ,
गुरु रे वचनों में दोरो हालणो।।
गुरु रे वचनो में दोरो हालणो,
भेणो खांडा वाली धारा,
धारा चुका ने अणिया मार सी,
हिरदे धरो मेरा भाई,
गुरु रे वचनों में दोरो हालणो।।
गायक/प्रेषक – भाकर बिराई।
मो. 9166293033