भजन करने से क्या होगा,
दोहा – इंसान इंसान को क्या देता है,
करम तेरे अच्छे हो तो,
वो बिन मांगे सब देता है।
करम खोटे तो ईश्वर का,
भजन करने से क्या होगा,
किया परहेज़ ना कुछ भी,
दवा खाने से क्या होगा,
करम खोटे तो ईश्वर का,
भजन करने सें क्या होगा।।
तू खाली हाथ आया है,
व खाली हाथ जाएगा,
पथिक मालिक करोडो का,
ये कहलाने से क्या होगा,
करम खोटे तो ईश्वर का,
भजन करने सें क्या होगा।।
समय पर एक ही ठोकर,
बदल देती है जीवन को,
जो ठोकर से भी ना समझे,
तो समझाने से क्या होगा,
करम खोटे तो ईश्वर का,
भजन करने सें क्या होगा।।
समय बीता हुआ हरगिज़,
कभी ना हाथ आएगा,
लिया चुग खेत चिड़ियों ने,
तो पछताने से क्या होगा,
करम खोटे तो ईश्वर का,
भजन करने सें क्या होगा।।
मुसीबत तो टले हरगिज़,
सदा हिम्मत ही रखने से,
मुकद्दर पर भरोसा कर,
के सो जाने से क्या होगा,
करम खोटे तो ईश्वर का,
भजन करने सें क्या होगा।।
करम खोटे तो ईश्वर का,
भजन करने सें क्या होगा,
किया परहेज़ ना कुछ भी,
दवा खाने से क्या होगा,
करम खोटे तो ईश्वर का,
भजन करने सें क्या होगा।।
Singer – Prashant Suryavanshi
टिप – ख़ास भजन भजन डायरी यूजर्स के लिए :),
इस भजन को ‘लगन तुमसे लगा बैठे‘ तर्ज पर भी,
गा सकते है।