मैया के दीवानो ने,
दरबारा सजाया है।
दोहा – दरबार भवानी माई का,
अरे देखो आज सजा है,
और दुल्हन लागे शेरावाली,
चोला लाल चढ़ा है।
मैया के दीवानो ने,
दरबारा सजाया है,
और मिलके भक्तों ने,
जयकारा लगाया है,
मईया के दीवानो ने,
दरबारा सजाया है।।
कोई माँ को फूल चढ़ाए,
कोई ला लई दीप जलाए,
मईया के दीवानो ने,
लाल झंडा चढ़ाया है,
मईया के दीवानो ने,
दरबारा सजाया है।।
कोई लाल चुनर ले आए,
कोई नौरंग चुनरी लाए,
मईया के दीवानो ने,
अरे चोला चढ़ाया है,
मईया के दीवानो ने,
दरबारा सजाया है।।
कोई माँ की आरती गायें,
कोई भजनो में खो जाए,
मईया के दीवानो ने,
जगराता कराया है,
मईया के दीवानो ने,
दरबारा सजाया है।।
कंठ में मेरे आन विराजी,
देखो मैया वीणा पाणी,
मैया से लगन लागि,
भजन बन आया हैं,
मईया के दीवानो ने,
दरबारा सजाया है।।
मईया के दीवानो ने,
दरबारा सजाया है,
और मिलके भक्तों ने,
जयकारा लगाया है,
मईया के दीवानो ने,
दरबारा सजाया है।।
Singer – Shahnaaz Akhtar Ji