धोरा वाली धरती सोवणी,
गढ़ भणियाणा गांव जी,
जाट कुल में जामो पायो,
नाम खरतारामजी।।
जाखड़ गोत्र में जन्म धरायो,
बाजीया सोहनिया थाल,
देवी जैसी माता आपरी,
पिता रेवीदान जी आप।।
बचपन माही किसान सेवा री,
मन में धारी आप,
लागबाग रो विरोध करियो,
सुप्रीम कोर्ट जाए।।
कियो मुकाबलो डाकुआ से,
लड़िया किसान हित आप,
सरपंच बनने गांव रा,
किया विकास अनेक।।
शिक्षा री थे सीख दिनी,
किसान हॉस्टल बनाए,
21 जुलाई 17 रे दिन,
हुयो अमर नाम।।
दुनिया पूजे इण रे सूरे ने,
रक्षा कीजो सहाय,
खरताराम री वार्ता ने केवे,
सारण जोगाराम।।
रमेश सारण गावे भाव सूं,
कर दो बेङा पार,
जाट कुल मे जामो पायो,
नाम है खरताराम जी।।
धोरा वाली धरती सोवणी,
गढ़ भणियाणा गांव जी,
जाट कुल में जामो पायो,
नाम खरतारामजी।।
गायक – रमेश सारण बाङमेर।
https://youtu.be/5YGz9EfkA1k