चरणों में आया बहुत सुख पाया,
दोहा – एक घडी आदी घडी,
ओर आदी मे पुनियाद,
तुलसी संगत संत री,
कटे कोटी अपराध।
चरणों में आया बहुत सुख पाया ओ,
मिटीया जमडो रा दावा हा,
ए चरनो मे आया बहुत सुख पाया,
अरे मिटीया जमडो रा दावा,
ओ गुरासा शरण आपरी आया।।
ओ मन मारो काग स्वरूपी,
ओ मन मारो काग स्वरूपी,
अवगुण बहुत भराया हा,
ओ मन मारो काग स्वरूपी,
अवगुण बहुत भराया,
सतगुरु दाता हंस बनाया ओ,
सतगुरु दाता हंस बनाया,
अरे मेहर मे मोती पाया ओ,
गुरासा शरण आपरी आया हा,
अरे चरनो मे आया बहुत सुख पाया,
अरे मिटीया जमडो रा दावा ओ,
गुरासा शरण आपरी आया।।
सुरता मारी घणी नखराली,
सुरता मारी घणी नखराली,
फिर फिर गोता खाया हा,
सुरता मारी घणी नखराली,
फिर फिर गोता खाया,
सतगुरु बाण शब्द रा बाया जी,
सतगुरु बाण शब्द रा बाया ए,
निर्भय निशान गुराया ओ,
गुरासा शरण आपरी आया,
अरे चरनो मे आया बहुत सुख पाया,
अरे मिटीया जमडो रा दावा ओ,
गुरासा शरण आपरी आया।।
अब मारी सुरता लागी राम से,
अब मारी सुरता लागी राम से,
तार सु तार मिलाया जी,
अरे अब मारी सुरता लागी राम से,
तार सु तार मिलाया,
सतगुरु प्याला प्रेम रा पाया जी,
सतगुरु प्याला प्रेम रा पाया,
ए मनडे री प्यास बुझाया ओ,
गुरासा शरण आपरी आया,
अरे चरनो मे आया बहुत सुख पाया,
अरे मिटीया जमडो रा दावा ओ,
गुरासा शरण आपरी आया।।
अरे वेगम वाणी अगम कर जानी,
ओ वेगम वाणी अगम कर जानी,
आत्मा मे ओलखाया,
अरे वेगम वाणी अगम कर जानी,
ओ आत्मा मे ओलखाया,
ए जीव जीव ने एक घर लाया ओ,
जीव जीव ने एक घर लाया,
अरे हेमनाथ जश गाया ओ,
गुरासा शरण आपरी आया,
अरे चरनो मे आया बहुत सुख पाया,
अरे मिटीया जमडो रा दावा ओ,
गुरासा शरण आपरी आया।।
चरणों में आया बहुत सुख पाया ओ,
मिटीया जमडो रा दावा हा,
ए चरनो मे आया बहुत सुख पाया,
अरे मिटीया जमडो रा दावा,
ओ गुरासा शरण आपरी आया।।
गायक – प्रकाश माली जी।
प्रेषक – मनीष सीरवी
9640557818