लिखा है खत में तुझे,
अपने दिल की बात,
हे श्याम संभालो आकर,
हे श्याम संभालो आकर,
है लाज तुम्हारे हाथ,
लिखा हैं खत में तुझें,
अपने दिल की बात।।
शरणागत की बात सांवरे,
तुझे निभानी आती है,
इसी भरोसे मैंने लिख दी,
प्रेम भरी ये पाती है,
इस चिट्ठी में पढ़ लेना,
मेरे दिल के ये जज्बात,
लिखा हैं खत में तुझें,
अपने दिल की बात।।
सारे जग की आस छोड़कर,
जिसने तुझे बुलाया है,
आकर काज सँवारे तूने,
उसका मान बढ़ाया है,
नरसी ने चिट्ठी भेजी,
आए थे भरने भात,
लिखा हैं खत में तुझें,
अपने दिल की बात।।
नरसी जैसे भाव नहीं है,
फिर भी है विश्वास तेरा,
जीवन के हर मोड़ पे मुझको,
होता है आभास तेरा,
तेरी बाट निहारे ‘बिन्नू’,
ले असुवन की सौगात,
लिखा हैं खत में तुझें,
अपने दिल की बात।।
लिखा है खत में तुझे,
अपने दिल की बात,
हे श्याम संभालो आकर,
हे श्याम संभालो आकर,
है लाज तुम्हारे हाथ,
लिखा हैं खत में तुझें,
अपने दिल की बात।।
Singer – Raman Pareek