पकड़ो मेरा हाथ चलना साथ साथ,
ओ मेरे दीनानाथ बनके तू हमसफ़र।।
तर्ज – आ जा आई बहार।
तुमसा अगर हो जिसका खिवैया,
डूबेगी कैसे जीवन की नैय्या,
करते करामात चलना साथ साथ,
ओ मेरे दीनानाथ बनके तू हमसफ़र,
पकड़ों मेरा हाथ चलना साथ साथ,
ओ मेरे दीनानाथ बनके तू हमसफ़र।।
खुद को मैं सौंपा तुझको मुरारी,
तुझपे है मेरी श्याम ज़िम्मेदारी,
सुनले मेरी बात चलना साथ साथ,
ओ मेरे दीनानाथ बनके तू हमसफ़र,
पकड़ों मेरा हाथ चलना साथ साथ,
ओ मेरे दीनानाथ बनके तू हमसफ़र।।
सुख दुःख में हर पल साथ निभाना,
बदले ज़माना बदल तुम ना जाना,
‘कुंदन’ के हो नाथ चलना साथ साथ,
ओ मेरे दीनानाथ बनके तू हमसफ़र,
पकड़ों मेरा हाथ चलना साथ साथ,
ओ मेरे दीनानाथ बनके तू हमसफ़र।।
पकड़ो मेरा हाथ चलना साथ साथ,
ओ मेरे दीनानाथ बनके तू हमसफ़र।।
Singer – Gouri Agarwal