श्याम पकड़ लो मेरी बईयाँ,
कर दो अपने प्यार की छईयाँ,
बिन तुम्हारे मैं अकेला,
रह ना पाऊंगा,
आजा साँवरे अब आजा साँवरे,
आजा साँवरे अब आजा साँवरे,
आजा साँवरे आ भी जा।।
तर्ज – आजा सोणिया घर आजा।
डूब गई जो नैया,
फिर मैं क्या करूँगा,
पूछेगा जग सारा,
उन्हें फिर क्या कहूंगा,
देगी ताने दुनिया सारी,
सह ना पाऊंगा,
आजा साँवरे अब आजा साँवरे,
आजा साँवरे अब आजा साँवरे,
आजा साँवरे आ भी जा।।
जिसको समझा अपना,
वो ही निकला पराया,
मुझको देख के जलता,
पर बोल ना पाया,
माया तुम्हारी सांवरिये,
मैं समझ ना पाऊंगा,
आजा साँवरे अब आजा साँवरे,
आजा साँवरे अब आजा साँवरे,
आजा साँवरे आ भी जा।।
तेरे जैसा साथी,
मुझको मिल जाए,
मेरे भी जीवन में,
खुशियां छा जाए,
मैं कन्हैया ज्यादा तुमसे,
कह ना पाऊंगा,
आजा साँवरे अब आजा साँवरे,
आजा साँवरे अब आजा साँवरे,
आजा साँवरे आ भी जा।।
श्याम पकड़ लो मेरी बईयाँ,
कर दो अपने प्यार की छईयाँ,
बिन तुम्हारे मैं अकेला,
रह ना पाऊंगा,
आजा साँवरे अब आजा साँवरे,
आजा साँवरे अब आजा साँवरे,
आजा साँवरे आ भी जा।।
स्वर – कन्हैया मित्तल जी।