आनंद बरस रयो बरसाने,
भवन में राधा जन्मी आज,
आनंद बरस रयो वृषभानु,
भवन में लाली जन्मी आज,
राधा जन्मी आज भवन में,
लाली जन्मी आज भवन में,
आनंद बरस रयो वृषभानु,
भवन में लाली जन्मी आज।।
सब लोकन बजी बधाई,
भादो सुदी अष्टमी आई,
पीर काट रही सुखदाई,
दुंद भी नभ में देव,
बजाए फूलन की बरसात,
आनंद बरस रयो वृषभानु,
भवन में लाली जन्मी आज।।
ध्वजा पताका फेहरन लागे,
बाजे बहुत बजावन लागे,
घर घर धूम मचवान लागे,
बरसाने की गली गलिन में,
मगन हो रहे आज,
आनंद बरस रयो वृषभानु,
भवन में लाली जन्मी आज।।
बरसाने में आनंद छायो,
सब सखियन मिल मंगल गायो,
भागन से सखी आज मैं आयो,
गाओ बधाई झूम झूम के,
सब ब्रजवासी आज,
आनंद बरस रयो वृषभानु,
भवन में लाली जन्मी आज।।
आनंद बरस रयो बरसाने,
भवन में राधा जन्मी आज,
आनंद बरस रयो वृषभानु,
भवन में लाली जन्मी आज,
राधा जन्मी आज भवन में,
लाली जन्मी आज भवन में,
आनंद बरस रयो वृषभानु,
भवन में लाली जन्मी आज।।
स्वर – पूर्णिमा दीदी जी।